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अजब -गजब :जिस युवक की मौत पर दरभंगा में हुआ था बवाल, वह जिंदा कोर्ट पहुंच गया..

Amazing! The young man whose death caused a ruckus in Darbha

Darbhanga : परिवार के विवेक और पुलिसिया जांच पर सवालिया निशान लगाने वाली अजीबोगरीब घटना दरभंगा में हुई है, जिस युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया था और जिले के एसपी ने थानेदार को निलंबित कर दिया था अब वह युवक पुलिस और कोर्ट के समक्ष जिंदा पहुंच गया है.

जिले के मब्बी थाना क्षेत्र के सिमरा निहालपुर गांव का जगदेवराम का मृत बेटा भोला राम दरभंगा व्यवहार न्यायालय में उपस्थित होकर अपने जिंदा होने का सबूत पेश किया। बता दें कि इस भोला राम के डीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद सड़क जाम और हंगामा के बाद मब्बी थानाध्यक्ष दीपक कुमार को निलंबित कर दिया गया था। अब न्यायालय में नाबालिक  भोला राम के उपस्थित होने के बाद कई सवाल उठ रहे है कि आखिर जिस युवक को डीएमसीएच में पहचान के मृतक के भाई धीरज राम ने भोला राम होने का दावा किया था वह कौन और किसका बेटा था। अगर वह भोला राम नहीं था तो परिजनों ने कैसे उसे भोला के रूप मे पहचान कर उसका इलाज कराया। इतना ही नहीं उसके मौत के बाद परिजनों हंगामा भी किया था। 

न्यायालय के सामने भोला राम ने बताया कि ललित नारायण मिथिला विश्विद्यालय के नागेंद्र झा स्टेडियम से कुछ लोगों ने उसके मुंह पर रुमाल रखकर बेहोश कर दिया था। उसे जब होश आया तो वह अपने आप को नेपाल में पाया था। वह मौका पाकर परिजनों को बहुत बड़ा व्हाट्सएप कॉलिंग किया करता था लेकिन परिजन उसे हमेशा कॉल को काट दिया करते थे। बीते एक दो दिन पहले परिजनों ने इसके नम्बर से आ रहे व्हाट्सएप कॉल को उठाया तो उसने घटना की पूरी जानकारी परिजनों को दी परिजनों ने नेपाल जाकर उन्हें वापस भारत लाये हैं । परिजनों के साथ अपने घर आते ही उसने न्यायालय में उपस्थिति दर्ज कराई है।


भोला राम के लापता होने की पहली जानकारी परिजनों मब्बी थाना को 8 फरवरी को दी थी। जिसके बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं थी। इस दौरान 26 फरवरी को दोनार अल्लपट्टी रेलवे ट्रैक के पास कुछ युवकों को एक दोनों हाथ और पैर कटा हुआ युवक मिला था। जिसे युवकों द्वारा इलाज के लिए डीएमसीएच में भर्ती करवाया गया था। जिसकी पहचान परिजनों ने अस्पताल में जाकर भोला राम के रूप में की थी। दो दिनों तक इलाज भी कराया था। लेकिन अगले दिन उसकी मौत हो जाने के बाद परिजनों ने शिवधारा आजमनगर सड़क को जमा कर हंगामा किया था। इस हंगामे के बाद एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने कार्यवाई करते हुए मब्बी थानाध्यक्ष दीपक कुमार को निलंबित कर दिया था। अब युवक जिंदा बरामद होने के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए है. इस मामले पर पूरे इलाके में तरह-तरह की चर्चा हो रही है.

 दरभंगा से तुलसी झा की रिपोर्ट 

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