Join Us On WhatsApp
BISTRO57

इवेंट मैनेजर की शादी में ना बैंड बाजा और ना बारात, बस माला पहनाकर...

There was no band or procession at the wedding of an event m

Aurangabad :- दूसरे की शादी में बड़ी-बड़ी इवेंट कराने वाले लड़के की शादी में न तो बैंड बजा, न ही बारात लगी बल्कि सीधे ही पंडित जी के मंत्रोच्चार और एक दूसरे को माला पहनाकर शादी की रस्म पूरी हो गई. दरअसल यह शादी औरंगाबाद में दो प्रेमियों के बीच हुई है और यह अंर्तजातीय शादी औरंगाबाद के कोर्ट कैंपस में बजरंग बलि के मंदिर में हुई। लड़का-लड़की दोनों ही बालिग है और शादी पर वधू पक्ष को तो कोई आपत्ति नही है लेकिन वर पक्ष को आपत्ति जरूर है।   

    कोचिंग में पढ़ने के दौरान दोनों को हुआ प्यार

मिली जानकारी के मुताबिक औरंगाबाद के देव प्रखंड के सरगावां निवासी मंजीत चंद्रवंशी सरेया गांव निवासी रेणु कुमारी से प्यार करता था। दोनों के बीच पढ़ाई के दौरान चट्टी बाजार में कोचिंग क्लास से ही प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के बीच शारीरिक दूरी मिट गई थी। प्रेम प्रसंग चलते रहने के दौरान ही लड़का जॉब करने बेंगलुरू चला गया। वहां वह एक इवेंट कंपनी में इवेंट का काम करने लगा। इस दौरान लड़की से पिछले चार साल से दूर रहने के बावजूद लड़के का लड़की से प्रेम बना रहा। दोनों मोबाइल पर ही प्यार भरी बाते करते रहे और प्यार चलता रहा।     

    लड़की का रिश्ता दूसरे जगह तय

इस बीच लड़की के परिवार वालों ने उसका कही रिश्ता तय कर दिया। लड़की ने रिश्ता तय होने की बात लड़के को बताई तो, उसने कहा कि तुम्हे दूसरे लड़के से शादी नही करनी है, मैं ही तुमसे शादी करूंगा। इसके बाद लड़का लड़की को राजस्थान ले आया। वहां जयपुर में लड़के ने लड़की के साथ बंद कमरें में लड़की की मांग भरकर शादी की रस्म अदायगी की। इसके बाद उसे लेकर बेंगलुरू चला आया और साथ में रहने लगा।   

    मौसी के कहने पर कोर्ट मैरिज

बेंगलुरू में ही लड़के के पास में रह रही उसकी मौसी ने इस गुपचुप शादी पर आपत्ति जताई। कहा कि खुल कर कोर्ट में शादी कर लो, तब इसे अपने साथ रखों। लड़का मौसी की बात मान गया और वह लड़की को अपने घर ले आया, जहां उसके परिवार वालों ने आपत्ति जताते हुए लड़की को घर से निकाल दिया। 

       लड़की ने ली पुलिस की शरण, 

लिहाजा न घर के न घाट के वाली नौबत आते ही लड़की ने पुलिस की शरण ली और पुलिस ने शादी की ऐसी इवेंट कराई, जिसकी लड़के को सपनें में भी उम्मीद नही रही होगी। न घर से बारात निकली, न बैंड बजा, न बाराती रहे, न दरवाजा लगा, न वरमाला की रस्म अदायगी हुई, न ही पंडित जी का वैदिक मंत्रोच्चार और न ही सात फेरे जैसे शादी के इवेंट हुए बल्कि इवेंट कराने वाले लड़के की लड़की के साथ शादी का एग्रीमेंट बना और कोर्ट कैंपस के ही हनुमान मंदिर में लड़के से लड़की की मांग भरवा कर शादी करा दी गई।  

  शादी से लड़के के परिवार वाले नाराज 

      इस मामले में लड़के की मां रीता देवी का आरोप है कि पुलिस ने लड़के को पकड़ने के बाद जमकर पिटाई की है। पीटते हुए कोर्ट कैम्पस लाया और शादी करा दी। वह इस शादी को नही मानती है। लड़की हमारे जात की नही है। मेरी भी बेटी है, उसकी भी शादी करनी है। वह लड़की को घर में नही रखेगी।वहीं शादी का एग्रीमेंट तैयार कराने वाले वकील नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि लड़का-लड़की दोनों बालिग है। दोनों की शादी में रजामंदी है। दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की है।  

        दोनों रहेंगे साथ-साथ

शादी के बाद लड़की ने कहा कि अपने पति के साथ रहेगी। जहां रखेंगे, राजी-खुशी उनके साथ रहूंगी। जबकि लड़के ने कहा कि रेणु को पहले ही पत्नी के रूप में स्वीकार कर चुका हूं। आज भी मैंने शादी कर उसे अपनाया है। घर वालों को यह शादी भले मंजूर नही है लेकिन उसे मंजूर है। रेणु को पत्नी के रूप में साथ रखुंगा और खुश रखुंगा।

 औरंगाबाद से गणेश की रिपोर्ट

bistro 57

Scan and join

darsh news whats app qr
Join Us On WhatsApp