Join Us On WhatsApp
BISTRO57

झारखंड के मुख्य सचिव के पत्र पर हो एफआईआर, पूरे मामले की सीबीआई जांच कराएं चंपई सोरेन : बाबूलाल मरांडी

Babulal Marandi on Jharkhand Chief Secretary

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 6 मई को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन की रैली में हेमंत सोरेन को ऐसे पेश किया गया कि भ्रष्टाचार से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। हेमंत सोरेन हो या उनकी पूरी सरकार, सभी भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है। यह बार-बार कहते हैं कि आदिवासी होने के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है। परेशान किया जा रहा है। हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकाल में आदिवासियों के मान सम्मान को पूरी तरह से धूमिल करने का काम किया। आदिवासियों की पहचान है कि वे सहज और सरल होते हैं। गड़बड़ी से कहीं भी उनका कोई नाता नहीं होता है, लेकिन पिछले 4 वर्षों में सत्ता में रहकर हेमंत सोरेन ने छल कपट किया है, प्राकृतिक संसाधन या खनिज संपदा को लुटवाया है, खुद लूट में शामिल रहे हैं और उनके संरक्षण में बिचौलिया, दलाल और भ्रष्ट अफसर ने मिलकर लुटा है। कोयला, लोहा, बालू यहां तक की सेवा की जमीन को भी उन लोगों ने नहीं छोड़ा। आदिवासियों की जमीन का भी फर्जी कागजात बनाकर लूटा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के यहां से 350 सौ करोड़ नोटों का पहाड़ पकड़ा गया था। उसको भी दुनिया ने देखा। यहां से मिले नोटों की गिनती 1 दिन में समाप्त नहीं हुई, कई दिनों तक चली। आदमी तो आदमी मशीन तक थक गए। ठीक से जांच होने पर पैसे में वर्तमान या पूर्व मुख्यमंत्री की संलिप्तता भी नजर आएगी।

झारखंड में भ्रष्ट अफसर, दलाल, बिचौला के ठिकानों पर भी 20 करोड़ रुपए के नोट मिले थे। आज भी आलमगीर आलम के पीएस के नौकर के यहां करोड़ों रुपए मिले हैं। इंडी गठबंधन के नेता राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि यह पैसा किसका है।

उन्होंने कहा कि नौकर के घर में पैसों का इतना जखीरा मिला है, तो उनके सहायक, उनके सचिव या फिर मंत्री, सरकार से जुड़े दलाल- बिचौलियों के घर भी अगर छापामारी हो जाए तो पता नहीं कितने करोड़ रुपए मिलेंगे। इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इंडी गठबंधन के लोग पूरी तरह हताश और निराश है। वे पैसे के बल पर चुनाव जीतना चाह रहे हैं। झारखंड सरकार भ्रष्टाचार में पूरी तरह लिप्त है। पूर्व मुख्यमंत्री का अपने नाम से खनिज पट्टा लेना, पत्नी के नाम से औद्योगिक क्षेत्र में जमीन लेना, पाकुड़ जिला में भाई के नाम से खनन का पट्टा लेना, प्रेस सलाहकार के नाम से खनन का पट्टा लेना, परिवार के नाम पर खनन का पट्टा लेना, यह सब सबके सामने है।

उन्होंने कहा कि उनके बीच के दलाल -इंजीनियर भी जेल में बंद है। आज मिले पैसे या 350 करोड़ की जांच होगी तो इसके तार कांग्रेस के शहजादे तक भी पहुंच जाएगी। वसूली का धंधा पिछले 4 वर्षों तक राज्य में जारी रहा। यहां के नेता घूम घूमकर कहते हैं कि हेमंत सोरेन को फंसाया गया। कल्पना सोरेन कहती है कि पति को फंसाया गया। इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है कि इतने बड़े नोटों की गड्डी, 350 करोड़ रुपये कांग्रेस नेता के यहां से मिले। पहले ही 20 करोड़ रुपये एक आईएएस के ठीकानों से मिलता है। आज कांग्रेस पार्टी के मंत्री के निजी सचिव के नौकर के घर से पैसे मिले हैं। मुख्य सचिव ने ग्रामीण विकास सचिव को पत्र लिखा था वह सारे पत्र नोटों का बंडल के साथ मिले हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चपाई सोरेन उसे पत्र के आधार पर तुरंत एफआईआर कराएं। पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराएं। इसकी अनुशंसा करें। ऐसा न हो कि उनका बुढ़ापा भी जेल में कटे।

bistro 57

Scan and join

darsh news whats app qr
Join Us On WhatsApp