Join Us On WhatsApp
BISTRO57

Malmas Mela 2023 के बैनर में सिर्फ नीतीश ही नीतीश, तेजस्वी यादव को जगह नहीं, आखिर क्या है माजरा!

rajgir malmas mela nitish kumar

बिहार में महागठबंधन को लेकर सियासी उठापटक जारी है. शिक्षा विभाग के मंत्री और अपर मुख्य सचिव के बीच विवाद के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि इन दिनों महागठबंधन में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. भाजपा के नेताओं द्वारा लगाए जा रहे इन आरोपों का महागठबंधन के नेताओं ने खंडन भी किया. लेकिन, राजगीर मेले के लिए लगाए गए पोस्टरों से यह चर्चा फिर से हो रही है कि महागठबंधन में कुछ भी ठीक नहीं है. 


आपको बता दें कि बिहार के नालंदा में 18 जुलाई से मलमास मेला शुरू हो रहा है. इसे राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त है. सरकार के स्तर पर मेले की भव्य तैयारी की जाती है. मेले के दौरान श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए सरकारी बैनर-पोस्टर लगाए जाते हैं. लेकिन, राजगीर मेले के लिए जो पोस्टर लगाए गए हैं उसमें केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही दिखाई दे रहे हैं. एक भी बैनर में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जगह नहीं मिली है.


महागठबंधन में कुछ भी ठीक नहीं

कुछ दिनों से चल रहे जदयू और राजद के बीच सियासी उठापटक के बीच राजगीर में लगाए गए सरकारी बैनर-पोस्टर से यह संकेत मिल रहा है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. राजद एमएलसी सुनील सिंह और राजद विधायक भाई बीरेंद्र द्वारा हाल में दिए गए बयानों से भी इसके संकेत मिल रहे थे. बहरहाल इस मुद्दे पर नालंदा प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है. तेजस्वी यादव को बैनर में जगह क्यों नहीं मिली इस पर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.


मेले का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम

बताते चलें कि राजकीय राजगीर मलमास मेला 18 जुलाई से 16 अगस्त तक चलेगा. आज शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेले की तैयारी का निरीक्षण करने राजगीर पहुंचे. सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री करीब 1 बजे राजगीर पहुंचे. सीएम नीतीश मलमास मेला की तैयारी का निरीक्षण करने दूसरी बार राजगीर पहुंचे हैं. इसके पहले दो जून को मलमास मेले की तैयारी का निरीक्षण करने राजगीर पहुंचे थे. 


क्या है मान्यता?

यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में टेंट सिटी का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा राजगीर स्थित सरस्वती नदी एवं वैतरणी नदी की उड़ाही कर घाटों का जीर्णोद्धार कराया गया है. एक महीने तक 33 कोटि देवी देवता राजगीर में ही प्रवास करते हैं. इसे लेकर देश के कोने-कोने से साधु संत शाही स्नान और लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा को लेकर राजगीर पहुंचते हैं.


श्रद्धालुओं के लिए गंगा जल की व्यवस्था

साधु संतों के आवासन के लिए भी अलग से व्यवस्था की जा रही है. राजगीर आने वाले श्रद्धालुओं को पहली बार पीने के लिए शुद्ध गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए जगह जगह पर गंगाजल के नल की व्यवस्था की गई है. मलमास मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी की व्यवस्था, शुद्ध गंगाजल, स्वच्छ शौचालय व स्नानागार, प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा उनकी सुरक्षा के लिए केंद्रीय नियंत्रण कक्ष, 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी भी की जाएगी.

bistro 57

Scan and join

darsh news whats app qr
Join Us On WhatsApp