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प्रत्याशी LJP और कांग्रेस का,पर जिताने के लिए परेशान हैं CM नीतीश के JDU कोटे के दो मंत्रीजी,जानें वजह..

Two ministers of CM Nitish's JDU are working hard to make LJ

ELECTION 2024 POLITICS:-बिहार के समस्तीपुर लोकसभा का चुनाव काफी दिलचस्प होता हुआ दिखा रहा है.यहां जेडीयू(JDU) तो चुनाव नहीं लड़ रही है पर नीतीश सरकार में जेडीयू कोटे  के दो मंत्री ही आमने-सामने नजर आ रहे हैं,क्योंकि एक मंत्रीजी की बेटी और दूसरे मंत्रीजी की बेटे के बीच मुकाबला तय हो गया है.एनडीए कोटे से नीतीश सरकार में जेडीयू कोटे से ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी चिराग पासवान(CHIRAG PASWAN) के लोजपा(रामविलास) पार्टी से चुनावी मैदान में हैं और नामांकन करने के बाद जनसंपर्क अभियान में जुट गई है.उनके चुनाव प्रचार में उनके पिता अशोक चौधरी भी शामिल हो रहे हैं.शांभवी चौधरी जेडीयू मंत्री अशोक कुमार चौधरी की पुत्री होने के साथ-साथ पूर्व आईपीएस(IPS) किशोर कुणाल की बहू भी हैं। 

अशौक चौधरी और महेश्वर हजारी की प्रतिष्ठा दांव पर


वहीं दूसरी ओर कांग्रेस(CONGRESS) की तरफ से नीतीश कैबिनेट के सूचना एवं जनसपर्क विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी चुनावी मैदान में उतर रहे हैं,पर इसके लिए वे जनसपर्क अभियान चला रहे हैं .इस चुनावी मैदान में सन्नी के पिता सह नीतीश कैबिनेट के मंत्री महेश्वर हजारी सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आ रहे हैं पर नेपथ्य में रहकर वे अपने बेटे की जीत के लिए काम कर रहे हैं,क्योंकि सन्नी हजारी को कांग्रेस से टिकट महेश्वर हजारी के प्रयास से ही मिला है.महेश्वर हजारी अपने बेटे को एनडीए का टिकट चाहते थे.इसके लिए अपने रिश्तेदार चिराग पासवान से उन्होंने मुलाकात भी की थी,पर चिराग पासन ने मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी के बजाय मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शाम्भवी को टिकट दिया है,क्योंकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम्भवी के लिए सीएम नीतीश कुमार ने भी चिराग से पैरवी की थी.चिराग पासवान द्वारा शाम्भवी को टिकट देने से नाराज महेश्वर हजारी ने अपने बेटे को कांग्रेस में शामिल करवाकर टिकट दिलवा दिया.अब जेडीयू के मंत्री का बेटा और बेटी के बीच मुकाबला तय हो गया है.फिलहाल समस्तीपुर सीट से जदयू के दो बड़े नेताओं के बेटे और बेटी की किस्मत की चाबी अब जनता के हाथ में है.

कांग्रेस को जेडीयू वोट टूटने की उम्मीद

जेडीयू के मंत्री के बेटे को टिकट देने के पीछे कांग्रेस की शायद यह सोच है कि महागठबंधन के कांग्रेस,आरजेडी और वामपंथी दलों का वोट तो उनके पास पहले से है ही.जेडीयू कोटे के मंत्री के बेटे अगर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ते हैं तो जेडीयू का भी कुछ वोट उनके प्रत्याशी को मिल सकता है क्योंकि मंत्री महेश्वर हजारी की  राजनीतिक सक्रियता इसी समस्तीपुर जिला में ज्यादा रहती है.वे समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर सुरक्षित सीट से जेडीयू के विधायक हैं.वे भी नीतीश के करीबी मानें जातें हैं.वे विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे हैं और अभी जनसंपर्क विभाग के मंत्री है.

INDIA बनाम NDA का परिवारवाद

समस्तीपुर में  जेडीयू के दो मंत्रियों के बेटा और बेटी के बीच मुकाबला को देखते हुए पीएम मोदी और सीएम नीतीश पर भी सवाल उठा रहे हैं.आरजेडी के नेता तंज कसते हुए कह रहे हैं कि मोदीजी और नीतीशजी को ये नहीं दिख रहा है कि जेडीयू के दो मंत्रीजी अपने बच्चे को चुनाव लड़ने के लिए एक दूसरे के खिलाफ भी मैदान में उतरने से पीछे नहीं हट रहे हैं.बताते चलें कि PM नरेन्द्र मोदी और बिहार के CM नीतीश कुमार अपनी चुनावी सभाओं में परिवार वाद पर करारा हमला कर रहे हैं.सीएम नीतीश कुमार सीधे लालू यादव पर हमला करते हुए चुनावी भाषण में कह रहे हैं कि वे पत्नी और दोनो बेटा और एक बेटी को राजनीति में पहले ही सेट कर दिए थे और इस चुनाव में एक और बेटी को सेट करने मे लगे हैं. 


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