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बिहार-झारखंड में फ्लोर टेस्ट से पहले नेताओं का हैदराबाद जाना क्यों हो रहा जरुरी ? जानिए...

Why is it necessary for leaders to go to Hyderabad before th

पहले बिहार तो वहीं अब झारखंड में सरकार बदल गई है. बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने महागठबंधन ने नाता तोड़ एनडीए का दामन थाम लिया तो वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद झारखंड में चंपई सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी. दोनों जगह पूरे तरह से सियासी हलचल देखने के लिए मिल रही है. इस बीच झारखंड में आज फ्लोर टेस्ट होना है तो वहीं बिहार में 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है. लेकिन, इससे पहले बिहार-झारखंड के नेताओं का हैदराबाद जाना तूल पकड़ लिया है. चंपई सोरेन की सरकार बनते ही जेएमएम के कई विधायक हैदराबाद पहुंचे.

11 फरवरी तक हैदराबाद में रहेंगे विधायक

झारखंड के विधायक हैदराबाद से लौटे तो वहीं अब बिहार के विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं. बिहार कांग्रेस के कई विधायक हैदराबाद पहुंचे हैं. वहीं, इसे लेकर कहा जा रहा कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि किसी भी खरीद-फरोख्त से उन्हें बचाया जा सके. बात करें बिहार की तो यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में जाने और एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद महागठबंधन टूट गया. महागठबंधन में कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू समेत कई दल शामिल थे. नई सरकार में कांग्रेस नीतीश की सहयोगी भी नहीं है. इसके बाद भी कांग्रेस अपने दल को एकजुट रखना चाहती है और इसलिए उसने विधायकों को हैदराबाद ट्रांसफर कर दिया है. कहा जा रहा है कि बिहार कांग्रेस विधायक 11 फरवरी तक हैदराबाद में रहने वाले हैं. 

कहा यह भी जा रहा है कि विधायक यहां पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मिलने के लिए आए हैं. हालांकि, कहीं न कहीं विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए यहां भेजा गया है. ऐसा कहा जा सकता है कि, फ्लोर टेस्ट से पहले हैदराबाद विधायकों का हब बन गया है. इसके पीछे की वजह यह बताई जा रही कि... 

* हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन के राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ घंटों बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन के विधायकों को हैदराबाद में रोक लिया गया. 

* तेलंगाना के मंत्री और तेलंगाना कांग्रेस प्रभारी विधायकों को एयरपोर्ट से लियोनिया रिसॉर्ट तक ले जाने के लिए ड्यूटी पर थे, जहां वे वीकेंड पर रुके रहे. 

* झारखंड के विधायकों को हर चीज से अलग कर दिया गया. जिस विंग में वे रह रहे थे, उसके एंट्री और एग्जिट गेट पर चौबीस घंटे पुलिस तैनात थी. विधायकों के प्रवास के दौरान उनके खाने की व्यवस्था अलग-अलग थी, ताकि रिसॉर्ट के अन्य मेहमानों भी उन तक नहीं पहुंच पाएं. 

* फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले जैसे ही झारखंड के विधायकों का एक समूह हैदराबाद से रवाना हुआ, वैसे ही तुरंत बिहार के विधायकों का एक समूह हैदराबाद पहुंच गया.

* बिहार कांग्रेस विधायकों को रंगारेड्डी के कागजघाट स्थित सिरी नेचर वैली रिजॉर्ट ले जाया गया, ताकि उनसे बाहरी लोगों का संपर्क नहीं हो पाए. 

* तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में भारी जीत ने जहां राजधानी हैदराबाद को कांग्रेस का गढ़ बना दिया है. वहीं इसने रिसॉर्ट पॉलिटिक्स ने राजनीतिक बहस छेड़ दी है.

* हालांकि, तेलंगाना बीजेपी की नेता रचना रेड्डी ने कहा कि, कांग्रेस विधायकों की सुरक्षा के लिए सरकार तेलंगाना के संसाधन और पैसा खर्च कर रही है.

* इधर, कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि, रिसॉर्ट में ठहरने की फंडिंग पार्टी के जरिए की जा रही है. लियोनिया रिसॉर्ट में जेएमएम गठबंधन के विधायकों के ठहरने का खर्च कांग्रेस ने उठाया.

* बिहार बीजेपी नेताओं का कहना है कि बिहार में एनडीए को फ्लोर टेस्ट में जीत हासिल करने के लिए संख्या बल की जरूरत नहीं है. लेकिन अगर कुछ कांग्रेस विधायक पाला बदल लेते हैं, तो इससे विपक्ष का मनोबल जरूर गिरेगा.

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